आदि से परमेश्वर की महिमा – उत्पत्ति 1:1
वचन:
"आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की।" — उत्पत्ति 1:1
1. आदि – समय की पहली घड़ी
बाइबल हमें यह स्पष्ट करती है कि समय का एक आरंभ है। "आदि" शब्द हमें यह सिखाता है कि समय कोई आकस्मिक घटना नहीं, बल्कि परमेश्वर की योजना का हिस्सा है। परमेश्वर समय से पहले था, और वही समय का अधिपति है।
2. परमेश्वर – सर्वशक्तिमान सृष्टिकर्ता
यह वचन बताता है कि परमेश्वर अनादि है, सर्वज्ञ है और सर्वशक्तिमान है। उसने अपने ज्ञान और शक्ति से ही सम्पूर्ण सृष्टि की रचना की – किसी बाहरी सहारे के बिना।
3. आकाश और पृथ्वी – सम्पूर्ण सृष्टि
"आकाश और पृथ्वी" वाक्यांश का हिब्रू अर्थ सम्पूर्ण ब्रह्मांड को दर्शाता है – स्वर्ग, पृथ्वी, तारों, वायु, समुद्र, प्रकृति और मानवजाति सहित। यह सब कुछ परमेश्वर ने शून्य से रचा।
4. सृष्टि – शून्य से उत्पन्न चमत्कार
"सृष्टि की" (बारा – בָּרָא) शब्द का अर्थ है परमेश्वर द्वारा की गई विशेष सृष्टि, जिसे मनुष्य नहीं कर सकता। यह परमेश्वर की महिमा और सामर्थ्य को प्रकट करता है।
परमेश्वर समय से पहले अस्तित्व में था।
उसके पास सम्पूर्ण सामर्थ्य और ज्ञान है।
वही हमारे जीवन और इस सृष्टि का निर्माता है।
हमारे जीवन का उद्देश्य और दिशा उसी के पास है।
यह वचन विश्वास की नींव है — एक सच्चे परमेश्वर पर आधारित।
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